| 11. | You are connecting to an unsupported GroupWise server and may encounter problems using Evolution. For best results, the server should be upgraded to a supported version. आप एक असमर्थित GroupWise सर्वर से जुड़ रहे हैं और एवोल्यूशन के प्रयोग के दौरान समस्या का सामना कर सकते हैं. सबसे अच्छे परिणाम के लिए सर्वर को समर्थित संस्करण के लिए उन्नत बनाया जाना चाहिए.
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| 12. | You are connecting to an unsupported GroupWise server and may encounter problems using Evolution. For best results the server should be upgraded to a supported version आप एक असमर्थित समूहीकृत सर्वर से जुड़ रहे हैं और एवोल्यूशन के प्रयोग के दौरान समस्या का सामना कर सकते हैं. सबसे अच्छे परिणाम के लिए सर्वर को समर्थित संस्करण के लिए उन्नत बनाया जाना चाहिए
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| 13. | In March 1930 the second phase of India 's struggle for independence began with the breaking of the law which forbade people to manufacture even a small quantity of salt without a licence from the Government . मार्च 1930 में स्तंत्रता के लिए भारतीय आंदोलन का दूसरा चरण उस कानून को तोड़कर प्रारंभ किया गया , जिसके अंतर्गत बिना सरकारी लाइसेस के लोगों के द्वारा थोड़ा भी नमक बनाया जाना प्रतिबंधित था .
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| 14. | Almost all evidence received from representatives of employers and workers accepted the principle that the minimum wage should be uprated , although some businesses expressed concern about increases that would affect their costs and competitiveness . नियोक्ताओं के प्रतिनिधीयों और श्रमिकों से प्राप्त लगभग सभी साक्षों में इस सिद्धांत को स्वीकार किया कि न्यूनतम वेतन को नवीनतम बनाया जाना चाहिए , यद्यपि कुछ व्यवसायों ने उन वृद्धियों के बारे में चिंता व्यक्त की जिस से उन के खर्च और प्रतिस्पर्धा पर प्रबाव पड़ सकता था .
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| 15. | The adoption of the famous Motilal Nehru resolution in 1924 and 1925 on the National Demand was a historic event in as much as the Central Legislature had , for the first time , lent its support to the growing demand that the future constitution of India should be framed by Indians themselves . 1924 तथा 1925 में राष्ट्रीय मांग के संबंध में मोतीलाल नेहरू के प्रसिद्ध प्रस्ताव का स्वीकार किया जाना एक ऐतिहासिक घटना थी क्योंकि केंद्रीय विधानमंडल ने पहली बार इस बढ़ती हुई मांग का समर्थन किया कि भारत का भावी संविधान भारतीयों द्वारा स्वयं बनाया जाना चाहिए .
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| 16. | We considered carefully the evidence from businesses, unions and other interested parties. Almost all evidence received from representatives of employers and workers accepted the principle that the minimum wage should be uprated, although some businesses expressed concern about increases that would affect their costs and competitiveness. नियोक्ताओं के प्रतिनिधीयों और श्रमिकों से प्राप्त लगभग सभी साक्षों में इस सिद्धांत को स्वीकार किया कि न्यूनतम वेतन को नवीनतम बनाया जाना चाहिए , यद्यपि कुछ व्यवसायों ने उन वृद्धियों के बारे में चिंता व्यक्त की जिस से उन के खर्च और प्रतिस्पर्धा पर प्रबाव पड़ सकता था ।
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| 17. | Although the Israeli government unstintingly condemned Goldstein's act, the Arabic press “almost without exception” portrayed the massacre as a responsibility of the Israeli people and government. It broadcast the Palestinian representative telling the United Nations that “the government of Israel is accountable for what has taken place . . . and one can say it even participated in the act.” Islamist sources declared that “anybody or anything remotely linked with Israel” was a legitimate target for revenge. हालांकि इजरायल की सरकार ने गोल्डस्टीन के कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा की लेकिन लगभग समस्त अरब प्रेस ने इसके लिए इजरायल की जनता और उसकी सरकार को जिम्मेदार ठहराया . इसने फिलीस्तीनी प्रतिनिधियों को संयुक्त राष्ट्र संघ से यह कहते प्रसारित किया कि जो कुछ भी हुआ है उसके लिए इजरायल की सरकार उत्तरदायी है और कुछ ने तो यहां तक कहा कि सरकार ने इसमें हिस्सा लिया है . इस्लामवादी स्रोतों ने घोषणा की कि जो कुछ भी या जो कोई भी दूर से भी इजरायल से जुड़ा है उसे हमले का निशाना बनाया जाना चाहिए .
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| 18. | Significant voices in the West expressed sympathy for Khomeini. Former president Jimmy Carter responded with a call for Americans to be “sensitive to the concern and anger” of Muslims. The director of the Near East Studies Center at UCLA, Georges Sabbagh, declared Khomeini “completely within his rights” to sentence Rushdie to death. Immanuel Jakobovits, chief rabbi of the United Kingdom, wrote that “the book should not have been published” and called for legislation to proscribe such “excesses in the freedom of expression.” पश्चिम में बहुत सी महत्वपूर्ण आवाजें खुमैनी की सहानुभूति में उठीं . पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर ने अमेरिका के लोगों का आहवान् किया कि वे मुसलमानों के क्रोध और चिंता के प्रति संवेदनशील बने . निकटपूर्व अध्ययन केन्द्र के जार्ज सबाग ने घोषणा की कि रश्दी के लिए मृत्यु दंड की घोषणा करने का खुमैनी को पूरा अधिकार है . ब्रिटेन के मुख्य रब्बी इमैनुअल जैकोबोबिट्स ने लिखा कि पुस्तक का प्रकाशन नहीं होना चाहिए तथा साथ ही मांग कर डाली कि ऐसा कानून बनाया जाना चाहिए ताकि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अतिरेक न हो सके.
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| 19. | In short, to the Islamic indoctrination of Western children, already present in schools through textbooks , additional school materials , and classroom trips , now add comic books and their many spin-offs, actual and potential. The 99 might be fine for Muslim children but, support from Georgetown University notwithstanding, non-Muslim children should not be exposed to missionizing propaganda of this sort. Related Topics: Islam , Muslims in the West receive the latest by email: subscribe to daniel pipes' free mailing list This text may be reposted or forwarded so long as it is presented as an integral whole with complete and accurate information provided about its author, date, place of publication, and original URL. Comment on this item संक्षेप में, पश्चिमी बच्चों का इस्लाम के प्रति शिक्षित होने का क्रम तो विद्यालयों में पहले से ही जारी है पाठ्यक्रम, अतिरिक्त विद्यालय सामग्री और कक्षाओं की यात्रा से और अब इसमें कामिक पुस्तक और अन्य वास्तविक और सम्भावित वस्तुओं से यह और भी बढ गया है। हो सकता है कि The 99 मुस्लिम बच्चों के लिये बहुत अच्छा हो लेकिन जार्जटाउन विश्वविद्यालय के समर्थन के बाद भी गैर मुस्लिम बच्चों को इस प्रकार के प्रचार का शिकार नहीं बनाया जाना चाहिये।
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| 20. | Law is a process ? a long and complicated process ? beginning in the pre-natal social urges , the first felt need and demand for action , conception of the policy-makers and the play of political forces and various interest groups , involving role of the concerned and the law departments in drafting the Bill , the ruling party , the concerned minister and the Cabinet , the Houses of Parliament and their Committees and the President ; and proceedings to making rules and regulations and then actual implementation by the administration and , in case of dispute , interpretation and judicial review by Courts . विधि एक Zप्रक्रिया है , एक लंबी और जटिल प्रक्रिया , जो प्रारंभिक सामाजिक प्रवृत्तियों से आपरंभ होती है , पिर महसूस की जाने वाली पहली आवश्यकता और कार्यवाही ही मांग , पिर नीति निर्माताओं की धारणाआ ओर राजनीतिक शक़्तियों और विभिन्न हितों वाले ग्रुपों की भूमिका , पिर विधेयक का प्रारूप तैयार करने वाले विधि एवं अन्य विभागों की भूमिका , पिर स्तारधारी दल , संबद्ध मंत्रिमंडल , संसद के दोनों सदनों और उसकी समितियों और पिर राष्ट्रपति की भूमिका , और पिर नियम तथा विनियम बनाया जाना ; पिर प्रशासन द्वारा वास्तविक क्रियान्वयन और विवाद की स्थिति में/न्यायालयों द्वारा व्याख़्या पुनर्विलोकन .
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