| 1. | श्रृंगावेरपुर से खोद कर निकाले गए अवशेषों को जलरोधी बनाया गया तथा ईंटइमारत का रंगलेप भी किया गया.
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| 2. | कुशीनगर स्थित रशिआमा स्तूप को, गुम्बद की सतहको जल-~ रोधी करके तथा उसे रंगलेप करके स्थिर बना दिया गया है.
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| 3. | रायगढ़किले में स्थित स्मारकों में आगमन मार्ग पर बजरी बिछा कर तथा वहां केसंरचनात्मक स्टील वस्तुओं पर रंगलेप करके मरम्मत की गई.
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| 4. | अधिलेप द्वारा निवारण की इस रीति में रंगलेप एवं इसी प्रकार के अन्य लेपों का उपयोग होता है, जिनमें क्षारक क्रोमेट पदार्थ, लिथार्ज, रक्त सीस, लाल लोह ऑक्साइड, ग्रैफाइट, विटुमिनी पदार्थ आदि प्रमुख हैं।
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| 5. | अधिलेप द्वारा निवारण की इस रीति में रंगलेप एवं इसी प्रकार के अन्य लेपों का उपयोग होता है, जिनमें क्षारक क्रोमेट पदार्थ, लिथार्ज, रक्त सीस, लाल लोह ऑक्साइड, ग्रैफाइट, विटुमिनी पदार्थ आदि प्रमुख हैं।
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| 6. | इसी प्रकार सद्गोपाल और नारंग ने तारचर्बी और शमशाद-पापड़ी के बीजतेलों का भी आर्थिक महत्व रंगलेप उद्योग में दर्शाया है (इंडियन स्टिल्लिंगिया ऑयल ऐंड टैलो, जर्नल ऑव दि अमरीकन ऑयल केमिस्ट्स सोसायटी, वर्ष 35, फरवरी, 1958, पृ.
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| 7. | इनमे शामिल है टैटेनियम डाई आक्साइड का प्रयोग प्रसाधन सामग्रीओं में, चाँदी नैनो कण का प्रयोग खादपदार्थों के डिब्बाबंदी, कपडों, कीटाणुनाशकों और घरेलू यंत्रों में, जस्ता आक्साइड नैनो कण का प्रयोग प्रसाधन सामग्रीओं, रंगलेप (पेंट), बाहरी-फर्नीचर वार्निश; और सेरियम आक्साइड ईंधन-उत्प्रेरक के रूप में।
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| 8. | इनमे शामिल है टैटेनियम डाई आक्साइड का प्रयोग प्रसाधन सामग्रीओं में, चाँदी नैनो कण का प्रयोग खादपदार्थों के डिब्बाबंदी, कपडों, कीटाणुनाशकों और घरेलू यंत्रों में, जस्ता आक्साइड नैनो कण का प्रयोग प्रसाधन सामग्रीओं, रंगलेप (पेंट), बाहरी-फर्नीचर वार्निश; और सेरियम आक्साइड ईंधन-उत्प्रेरक के रूप में।
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| 9. | अपने सदस्यों के चहरे के रंगलेप और अत्यलंकृत स्टेज पोशाकों से आसानी से पहचाने जाने वाला यह ग्रूप 1970 के दशक के मध्य से अतिकाल के बीच अपने विस्तृत प्रदर्शनों, जिसमें फायर ब्रीदिंग, ब्लड स्पिटिंग, स्मोकिंग गिटार्ज़ और पाइरोटेक्निक्स शामिल थे, के आधार पर ऊंचाई की ओर बड़ा.
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| 10. | देहरादून स्थित वन अनुसंधानशाला और राष्ट्रीय रसायनशाला, पूना, के अनुसंधानकर्ताओं ने कमला पेड़ के बीजों में से विशिष्ट रीति से तेल निकालकर तथा रंगलेप उद्योग में उसकी आर्थिक उपयोगिता सिद्ध करके उसका भविष्य उज्वल कर दिया है (सद्गोपाल, इज़ टुंग ऑयल सो नेसेसरी?, पेंट इंडिया, बंबई, वर्ष 2, सं.
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