| पंख और चोंच वाला द्विपद जिसकी उत्पत्ति अंडे से होती है और जो नियततापी होता है:"झील के किनारे रंग-बिरंगे पक्षी बैठे हैं" Synonyms: पक्षी, चिड़िया, पंछी, पाँखी, पांखी, पंखी, खग, परिंदा, परिन्दा, विहंग, विहंगम, पखेरू, विहग, पर्णवी, दिवाचर, नीड़क, नीड़ज, द्विज, द्विजाति, पाखी, रसनारव, द्विपक्ष, नभश्चर, नभसंगम, पतम, पतंगी, पतंगम, पतत्रि, पत्रती, पतन्, पतय, पत्रवाज, पत्रवाह, पत्ररथ, आकाशचारी, पतग, जिह्वारद, अंतरिक्षसत्, अन्तरिक्षसत्, उड़ु, उड़ुचर,
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| / पूर्व से सूर्य को आते देख तिमिर दुम दबाकर भागने लगा" Synonyms: सूर्य, सूरज, भानु, दिवाकर, भास्कर, प्रभाकर, दिनकर, रवि, आदित्य, दिनेश, सविता, पुष्कर, मिहिर, अंशुमान, अंशुमाली, अग, अदित, अवि, अनड्वान्, आफ़ताब, आफताब, अफ़ताब, अफताब, अब्जबाँधव, अब्जबांधव, अब्जहस्त, खगपति, अर्क, सहस्रकिरण, मरीची, यमसू, दिवसेश, दिवसेश्वर, दिवस्पति, दिवसकर, अविनीश, दिवसकृत, दिवसनाथ, दिवसभर्ता, दिवावसु, दिवामणि, दीप्तकिरण, दीप्तांशु, सहस्रगु, मार्तंड, मार्तण्ड, ध्वांतशत्रु, ध्वान्तशत्रु, ध्वांताराति, ध्वान्ताराति, भूताक्ष, गविष्ठ, धरुण, तिमिररिपु, तिमिरारि, तिमिरहर, विश्वप्रकाशक, विश्वप्स, स्वप्ननंशन, जगत्साक्षी, शीघ्रग, त्रयीतन, त्रयीमय, नभस्मय, नभश्चक्षु, नभश्चर, नभोमणि, चक्रबंधु, चक्रबन्धु, चक्रबांधव, चक्रबान्धव, तीक्ष्णांशु, तीक्ष्णरश्मि, तुंगीश, पद्मिनीकांत, पद्मिनीकान्त, पद्मिनीवल्लभ, पद्मबंधु, पद्मबन्धु, पद्मिनीश, पद्मगर्भ, तिग्मगर, अयुग्मवाह, द्युपति, द्युम्न, अरणि, अरणी, तपु, अरुण, दिव्यांशु, अरुन, अरुणसारथी, तमोहपह, निर्मुट, कालेश, चित्रभानु, गोकर, केश, अवबोधक, पर्परीक, वेदात्मा, वेद, गभस्ति, गभस्तिपाणि, गभस्तिहस्त, वरेय, दिनअर, हृषु, विहंग, विहग, अंबुतस्कर, अंबु तस्कर,
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