| 31. | More than 80% of those approached are quickly dismissed, he says. The explanations for hiding emotions often are innocent: A traveler might be stressed out from work, worried about missing a flight or sad because a relative just died. If suspicions remain, the traveler is interviewed at greater length by a screener with more specialized training. SPOT teams have identified about 100 people who were trying to smuggle drugs, use fake IDs and commit other crimes, but not terrorist acts. Aug. 15, 2006 update : John Tierney of the New York Times reports on an experiment in 2003 concerning international flights at Dulles Airport , outside Washington, D.C., that may be the same SPOT program described above The screeners at Dulles stopped worrying about pen knives, shoes and laptops, allowing passengers to pass through more quickly. The speed of the line increased by nearly a third. The screening process required fewer workers, but they detected more problems because they worked smarter. आतंकवादी बेवकूफ नहीं हैं,जैसा कि स्मरकोनिश ने आग्रह किया है उस अनुसार यदि अरब लोगों पर अधिक ध्यान दिया गया तो वे गैर-अरबवासियों के प्रति प्रेरित होंगे. यह पहले से ही एक समस्या है. फ्रांस के आतंकवाद प्रतिरोध अन्वेषण न्यायधीश जीन लुईस ब्रुग्रुइर ने ऐसी ही बात कही और औरह 2003 में राबर्ट लेकन ने कि अल-कायदा ने यूरोप के लोगों की भर्ती के प्रयास तेज कर दिए हैं जिसमें वे महिलाओं और फीके रंग की त्वचा वालों पर विशेष प्रयास कर रहे हैं. फ्रांस के खुफिया एजेन्सी के उपायुक्त ने श्री लेकेन को बताया कि धर्मान्तरित हमारे लिए इस समय सबसे दुष्कर कार्य है .
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| 32. | A small program now is using screening officers to watch travelers for suspicious behavior. “It may be the only thing I know of that favors the human solution instead of technology,” says TSA chief Kip Hawley. The people-based program-called Screening Passengers by Observation Technique, or SPOT-began undergoing tests at Boston's Logan Airport after 9/11 and has expanded to about a dozen airports. Trained teams watch travelers in security lines and elsewhere. They look for obvious things like someone wearing a heavy coat on a hot day, but also for subtle signs like vocal timbre, gestures and tiny facial movements that indicate someone is trying to disguise an emotion. TSA officers observe passengers while consulting a list of more than 30 questionable behaviors, each of which has a numerical score. If someone scores high enough, an officer approaches the person and asks a few questions. “All you know is there's an emotion being concealed. You have to find out why the emotion is occurring,” says Paul Ekman, a San Francisco psychologist who pioneered work on facial expressions and is informally advising the TSA. “You can find out very quickly.” पश्चिम में बहुत बड़ी मात्रा में आंतकवादी अरबी या आप्रवासी नहीं हैं . इनमें वे लोग आते हैं जो धर्मान्तरण से पहले रियान अंडरसन , डेविड वेल्फिल्ड . विली ब्रिगिटी, जेरोम और डेविड कोरटेलर , माइकल क्रिश्चियन गनजार्सिकी , क्लीमेंट रोडनी हैंपटन एल , मार्क फिडेलकूल्स , जोस पडीला, एडम पर्लमैन, रिचर्ड रीड , पियरे रॉबर्ट , जैक रॉक और स्टीवन स्मीरेक हुआ करते थे. ये धर्मान्तरित पश्चिम में पले बढ़े, पश्चिमी भाषायें बोल सकते हैं, स्थानीय खेलों के नायकों को जानते हैं और इनमें से कुछ तो गोरे भी थे.
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| 33. | Modernity : Should Muslim women have equal rights with men (for example, in inheritance shares or court testimony)? Is jihad, meaning a form of warfare, acceptable in today's world? Do you accept the validity of other religions? Do Muslims have anything to learn from the West? Secularism : Should non-Muslims enjoy completely equal civil rights with Muslims? May Muslims convert to other religions? May Muslim women marry non-Muslim men? Do you accept the laws of a majority non-Muslim government and unreservedly pledge allegiance to that government? Should the state impose religious observance, such as banning food service during Ramadan? When Islamic customs conflict with secular laws (e.g., covering the face for drivers' license pictures), which should give way? आधुनिकता - क्या मुस्लिम महिलाओं को पुरुषों के समान अधिकार प्राप्त हैं ( उदाहरण के लिए उत्तराधिकार या गवाही ) क्या युद्ध के रुप में मान्य जिहाद क्या वर्तमान विश्व में स्वीकार्य है ।क्या आप अन्य धर्मों को स्वीकार करते हैं ? क्या मुसलमान पश्चिम से कुछ सीख सकते हैं ? क्या मुसलमान अन्य धर्म में धर्मान्तरित हो सकता है ? क्या मुस्लिम महिला का विवाह गैर-मुस्लिम से हो सकता है ? क्या आप बहुसंख्यक गैर - मुसलमान सरकार को स्वीकार को स्वीकार कर उसके प्रति अपना लगाव व्यक्त करते हैं ? क्या राज्य को धार्मिक मान्यताओं को थोंपना चाहिए जैसे रमजान के दौरान भोजन सेवा को बंद करना । यदि मुस्लिम कानूनों का सेक्युलर कानूनों से संघर्ष हो तो किसे प्राथमिकता मिलनी चाहिए ?
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| 34. | Nor was the U.S.-led invasion of Iraq the first Western undertaking to unburden Muslims of tyrannical rule. Already in 1798, Napoleon Bonaparte appeared in Egypt with an army and declared himself a friend of Islam who had come to relieve the oppressed Egyptians of their Mamluk rulers. His successor as commander in Egypt, J.F. Menou, actually converted to Islam. But these efforts to win Egyptian goodwill failed, as Egyptians rejected the invaders' proclaimed good intentions, and remained hostile to French rule. The European-run “mandates” set up in the Middle East after World War I included similar lofty intentions and also found few Muslim takers. इराक पर अमेरिका नीत विजय पहला अवसर नहीं है जब पश्चिमी देशों ने मुसलमानों को उनके अत्याचारी शासकों से मुक्त कराया है. 1798 में पहले ही नेपोलियन बोनापार्ट अपनी सेना के साथ मिस्र में प्रविष्ट हुआ और उसने स्वयं को इस्लाम का मित्र बताते हुये मिस्रवासियों को मामलुक शासकों से मुक्त कराने की बात कही. उसका उत्तराधिकारी सेनापति जे.एफ.मेनाऊ तो वास्तव में इस्लाम में धर्मान्तरित हो गया. परन्तु मिस्र के लोगों की सहानुभूति जीतने के प्रयास विफल रहे तथा मिस्र के लोगों ने आक्रमणकारियों के सद्भाव को अस्वीकार कर दिया तथा फ्रांसीसी शासन के विरूद्ध शत्रुवत् व्यवहार बनाये रखा. प्रथम विश्व युद्ध के बाद मध्य पूर्व में यूरोप द्वारा संचालित जनादेश का भी यही हेतु था परन्तु उसे भी मुसलमानों का समर्थन नहीं मिला.
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| 35. | The complicity of the militant Islamic government in Sudan has also been established. It dispatches armed militias to terrorize and subjugate non-Muslim communities in the predomitly Christian southern Sudan. This is jihad in the raw, the extending of Muslim rule. Jihad warriors torch homes and churches, loot, kill men, and capture women and children. Those slaves then face a forced march to the north, followed by beatings, hard labor, and compulsory conversion to Islam. Women and older girls also face ritual gang-rape, genital mutilation, and a life of sexual servitude. इस मामले में सूडान की उग्रवादी इस्लामी सरकार की लापरवाही पूरी तरह स्थापित हो चुकी है । यह उग्रवादियों को ईसाई बहुल दक्षिणी सूडान में आतंक फैलाने के लिये और गैर मुसलमानों को दबाने के लिये हथियार प्रदान करती है। यह जिहाद ही है ताकि मुस्लिम शासन को बढाया जा सके , जिहाद के योद्धा घरों और चर्च को को जलाते हैं , लोगों को लूटते हैं और उन्हें मौत के घाट उतार देते हैं तथा महिलाओं और बच्चों को बंधक बना लेते हैं। इन गुलामों को उत्तर की ओर जाने के लिये विवश किया जाता है और इस क्रम में उन्हें मारा जाता है, उनसे जबरन काम कराया जाता है और आवश्यक रूप से इस्लाम में धर्मान्तरित किया जाता है। महिलाओं और अधिक आयु की बालिकाओं के साथ कर्मकांडिक सामूहिक दुष्कर्म होता है , लिंग को क्षत विक्षत किया जाता है और यौन गुलाम की भाँति जीवन व्यतीत करने को विवश किया जाता है।
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| 36. | They did so in five ways. They conducted surveillance of American government targets (military recruitment stations and bases), Israeli targets (consulate in L.A. and El-Al airlines), and Jewish targets (synagogues). The trio monitored the Jewish calendar and, the indictment notes, planned to attack synagogues on Jewish holidays “to maximize the number of casualties.” They acquired an arsenal of weapons. To fund this undertaking, they set off on a crime wave, robbing (or attempting to rob) gas stations 11 times in the five weeks after May 30. They engaged in physical and firearms training. Finally, they tried recruiting other Muslims. का विद्यार्थी हम्माद रियाज समाना और दूसरा अश्वेत धर्मान्तरित ग्रेगरी वरनन पैटरसन है जो लॉस एंजेल्स के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की एक दूकान पर काम करता था और इन दोनों का ही कोई आपराधिक इतिहास नहीं है . इन्होंने अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के पांच तरीके ढूंढे. इन्होंने अमेरिकी सरकार के ठिकानों ( सेना भर्ती केन्द्रों और सैन्य ठिकाने ) इजरायली ठिकानों और यहूदी ठिकानों की तहकीकात की .आरोप पत्र के अनुसार इन तीनों ने यहूदी कैलेन्डर की अच्छी तरह जांच की और यहूदी अवकाश के दिनों में गिरिजाघरों पर हमले की योजना बनाई ताकि अधिकतम् क्षति पहुंचाई जा सके . इन्होंने हथियारों की खेप प्राप्त कर ली .इस खेप के लिए पैसा जुटाने के लिए इन्होंने अपराध का सहारा लिया तथा 30 मई के बाद 11 गैस स्टेशनों पर डकैती डाली . शारीरिक और हथियार के प्रशिक्षण भी प्राप्त किए .
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