| 1. | Foreign relations of India भारत के वैदेशिक सम्बन्ध
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| 2. | It controlled foreign affairs and decided issues of peace and war . वही वैदेशिक कार्यों पर नियंत्रित रखती थी और शांति और युद्ध जैसे मामलों के फैसला भी करती थी .
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| 3. | Nepal gets grant from India, Japan, UAE, America, European Union, China, Switzerland and Scadenavian states. नेपाल भारत जापान संयुक्त राजशाही अमेरिका यूरोपीय संघ चीन स्विट्जरलैंड और स्कैंडिनेवियन राष्ट्रों से वैदेशिक सहयोग पाता है।
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| 4. | Nepal has trade with countries like India, Japan, USSR, USA, Europe, China, Switzerland and Scandinavian countries. नेपाल भारत जापान संयुक्त राजशाही अमेरिका यूरोपीय संघ चीन स्विट्जरलैंड और स्कैंडिनेवियन राष्ट्रों से वैदेशिक सहयोग पाता है।
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| 5. | Nepal gets external supports from India,Japan,Union Nation, Europium Union,China, Switzerland and Scandinavian nations. नेपाल भारत जापान संयुक्त राजशाही अमेरिका यूरोपीय संघ चीन स्विट्जरलैंड और स्कैंडिनेवियन राष्ट्रों से वैदेशिक सहयोग पाता है।
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| 6. | Nepal has external support from India, Japan, United States of America, federation of Europe, China, Switzerland and Scandinavia countries. नेपाल भारत जापान संयुक्त राजशाही अमेरिका यूरोपीय संघ चीन स्विट्जरलैंड और स्कैंडिनेवियन राष्ट्रों से वैदेशिक सहयोग पाता है।
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| 7. | The Union List , the longest of the three lists,contains important subjects like Defence , Foreign Affairs , Railways , Communication , Banking and Currency , etc . संघ सूची , में , जो तीन सूचियों में सबसे लंबी है , रक्षा , वैदेशिक कार्य , रेलवे , संचार , बैंकिंग , मुद्रा आदि जैसे महत्पूर्ण विषय हैं .
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| 8. | The Union List , the longest of the three lists,contains important subjects like Defence , Foreign Affairs , Railways , Communication , Banking and Currency , etc . संघ सूची , में , जो तीन सूचियों में सबसे लंबी है , रक्षा , वैदेशिक कार्य , रेलवे , संचार , बैंकिंग , मुद्रा आदि जैसे महत्पूर्ण विषय हैं .
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| 9. | Trade relations between Arabia and south India had existed for many centuries before the emergence of Islam , But in the seventh century when Islam infused the Arabs with a new spirit of adventure and enterprise , their foreign trade increased by leaps and bounds and the conquest of Iran gave them the monopoly of Indo-Iranian maritime trade . इसऋ-ऊण्श्छ्ष्-लाम धर्म के उदय के पहले , अरब और दक्षिण भारत के बीच वऋ-ऊण्श्छ्ष्-यापार संबंध अनेक शताबऋ-ऊण्श्छ्ष्-दियों तक कायम रहा.परंतु 7वी शताबऋ-ऊण्श्छ्ष्-दी में जब इसऋ-ऊण्श्छ्ष्-लाम ने अरबवासियों में साहस और उद्य की नयी भावना उनऋ-ऊण्श्छ्ष्-पनऋ-ऊण्श्छ्ष्-न की , तब उनका वैदेशिक वऋ-ऊण्श्छ्ष्-यापार बडऋई तेजी से बढऋने लगा और ऋरान पर विलय से उनऋ-ऊण्श्छ्ष्-हें भारर्तऋरान नाविक वऋ-ऊण्श्छ्ष्-यापार का एकाधिकार मिल गया .
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