परिभाषा / अर्थ | उदाहरण |
वृक्ष आदि के तने से इधर-उधर निकले हुए अंग | बच्चे आम की शाखाओं पर झूल रहे हैं । |
किसी प्राणी के सब अंगों का समूह जो एक इकाई के रूप में हो | शरीर को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम करें । |
शत्रुतावश दो दलों के बीच हथियारों से की जाने वाली लड़ाई | महाभारत का युद्ध अठारह दिनों तक चला था । |
शरीर का वह भाग जो गले और बाहुमूल के बीच में होता है | हनुमान राम और लक्ष्मण को अपने दोनों कंधों पर बिठाकर सुग्रीव के पास ले गये । |
किसी देश का प्रधान शासक और स्वामी | त्रेतायुग में श्रीराम अयोध्या के राजा थे । |
वह व्यक्ति जो विद्यार्थियों को पढ़ाता है | अध्यापक और छात्र का संबंध मधुर होना चाहिए । |
चीज़ें, सामान आदि रखने का कमरा | भंडार घर में चूहों की भरमार है । |
राज्यों, दलों, आदि में होने वाला यह निश्चय कि अब हम आपस में नहीं लड़ेंगे और मित्रतापूर्वक रहेंगे अथवा अमुक क्षेत्रों में अमुक प्रकार से व्यवहार करेंगे | दो राज्यों के बीच समझौता हुआ कि वे एक दूसरे के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे । |
वह जिसे इन्द्रियाँ ग्रहण करें | नेत्र का विषय रूप व कान का विषय शब्द है । |
एक जगह पर उपस्थित या एक से अधिक मनुष्य, पशु आदि जो एक इकाई के रूप में माने जाएँ | खेतों को पशुओं का समुदाय तहस-नहस कर रहा है । |
सफेद चील | पेड़ की डाल पर एक स्कंधमल्लक बैठा है । |
तने का वह ऊपरी भाग जिसमें से डालियाँ निकलती हैं | वह स्कंध की मोटाई नाप रहा है । |
तने का वह ऊपरी भाग जिसमें से डालियाँ निकलती हैं | वह स्कंध की मोटाई नाप रहा है । |
आर्या छंद का एक भेद | यह स्कंध का उदाहरण है । |
आर्या छंद का एक भेद | यह स्कंध का उदाहरण है । |
राज्याभिषेक के समय काम आने वाली सामग्री | स्कंध का अवलोकन कर राजगुरु ने राज्याभिषेक प्रारंभ किया । |
राज्याभिषेक के समय काम आने वाली सामग्री | स्कंध का अवलोकन कर राजगुरु ने राज्याभिषेक प्रारंभ किया । |
ग्रंथ का वह विभाग जिसमें कोई पूरा विषय होता है | श्री मद् भागवत पुराण में कुल बारह कांड हैं । |