परिभाषा / अर्थ | उदाहरण |
वह खगोलीय पिंड जो सूर्य की परिक्रमा करता है | पृथ्वी एक ग्रह है । |
एक बाजा जिसमें लगे हुए तार कमानी से रेतकर बजाए जाते हैं | योगी सारंगी बजाने में मस्त था । |
कन्धे से पंजे तक का वह अंग जिससे चीजें पकड़ते और काम करते हैं | भीम की भुजाओं में बहुत बल था । |
आसमान में दिखाई देने वाले स्थिर खगोलीय पिंड जो रात को चमकते नज़र आते हैं | पृथ्वी से बहुत ही दूर होने के कारण तारे छोटे दिखते हैं । |
चंद्रमा के मार्ग में पड़नेवाले स्थिर तारों के सत्ताईस समूह जिनके भिन्न-भिन्न रूप या आकार मान लिए गए हैं और जिनके अलग-अलग नाम हैं | नक्षत्रों की संख्या सत्ताईस हैं । |
एक प्रकार का बड़ा हिरण जिसके सर पर पाए जाने वाले दोनों सींगों से अनेक शाखाएँ निकली रहती हैं | श्याम चिड़ियाघर में बारहसिंगे को मूँगफली खिला रहा था । |
जो रस से भरा हो | आम एक रसीला फल है । |
एक देवता जो काम के रूप माने जाते हैं | कामदेव को शिव की क्रोधाग्नि का सामना करना पड़ा । |
सरीसृप वर्ग का एक रेंगने वाला पतला और लंबा जीव जिसकी कई जातियाँ पायी जाती हैं | प्रायः आई आई टी बॉम्बे में कई तरह के ज़हरीले साँप रेंगते हुए देखे जा सकते हैं । |
रुई, रेशम, ऊन आदि के तागों से बुनी हुई वस्तु | उसने क़मीज़ बनवाने के लिए दो मीटर टेरीलिन का कपड़ा खरीदा । |
एक प्रकार का हिरण जिसके शरीर पर सफ़ेद या अन्य प्रकार की चित्ती पाई जाती है | इस चिड़ियाघर में चीतलों की भरमार है । |
मानव निर्मित वह वस्तु जिसके धारण करने से किसी की शोभा बढ़ जाती है | प्रत्येक नारी को आभूषण प्रिय होता है । |
किसी मादा का वह अंग जिसमें दूध रहता है | माँ अपने स्तन का दूध बच्चे को पिलाती है । |
एक धारदार हथियार | रानी लक्ष्मीबाई तलवार चलाने में निपुण थीं । |
पौधों में वह अंग जो गोल या लंबी पंखुड़ियों का बना होता है और जिसमें फल उत्पन्न करने की शक्ति होती है | उपवन में तरह-तरह के फूल खिले हुए हैं । |
सिर के बाल | काले, लम्बे बाल देखने में अच्छे लगते हैं । |
एक पेड़ की सुगंधित लकड़ी जिसे घिसकर शरीर पर लेप लगाते हैं | चंदन शरीर को शीतलता प्रदान करता है । |
प्रकाश करने के लिए बना धातु, मिट्टी आदि का वह पात्र जिसमें तेल और बत्ती डालकर बत्ती को जलाया जाता है | शाम होते ही गाँवों में दीपक जल जाते हैं । |
देखने में भला और सुन्दर लगने वाला | आज का मौसम बड़ा सुहावना है । |
शोभित होने की अवस्था या भाव | सूर्यास्त के समय आकाश की छटा देखते ही बनती है । |
वर्षा या धूप से बचने के लिए कपड़े आदि का बना हुआ एक आच्छादन जिसमें लगे धातु, लकड़ी आदि के डंडे को हाथ में पकड़ते हैं | वर्षा में भीगने से बचने के लिए लोग छाता लगाते हैं । |
जमीन जोतने का एक उपकरण | किसान खेत में हल चला रहा है । |
दीपक के धुएँ की कालिख जो आँखों में लगाई जाती है | हमारे यहाँ छठी के दिन बच्चे को काजल लगाने की रस्म होती है । |
सम्पूर्ण जाति का एक राग | सारंग में सब शुद्ध स्वर लगते हैं । |
जो रंगा गया हो या रंगा हुआ | कुछ विधवाएँ रंगीन कपड़े नहीं पहनती हैं । |
एक प्रकार का पपीहा जो संपूर्ण भारत में पाया है | काला पपीहा पियु, पी-पी या पी-पी-पियु की आवाज करता है । |
सुगंध देने वाला पदार्थ | कस्तूरी, कपूर आदि गंधद्रव्य हैं । |
सुगंध देने वाला पदार्थ | कस्तूरी, कपूर आदि गंधद्रव्य हैं । |
एक बड़ी मधु-मक्खी जो पीले रंग की होती है | छत पर सारंग का बहुत बड़ा छत्ता है । |
एक प्रकार का छंद जिसमें चार तगण होते हैं | यह पद्य सारंग का उदाहरण है । |
छप्पय छंद का छब्बीसवाँ प्रकार | कवि ने सारंग में एक तात्कालिक रचना की । |