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PG Full Form in Hindi, PG Ka Pura Naam Kya Hai, PG क्या है, PG Ka Full Form Kya Hai, PG का Full Form क्या है, PG meaning, PG क्या क्या कार्य होता है।आज इन सभी सवालों के जबाब आपको इस Post में दिया जाएगा।
दोस्तों! क्या आप अब तक नहीं जानते कि PG full form in Hindi क्या है और इसके बारे में जानना चाहते हैं? यदि आपका जवाब हां है तो हम आपके लिए इस आर्टिकल में PG full form in Hindi के अलावा इसकी सभी जानकारी लेकर आए हैं जिसकी मदद से आप इसके सभी पहलुओं की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
PG full form क्या होता है? इसे जानने के लिए आप इस पोस्ट को अंत तक पढ़ें क्योंकि यहां हमने PG full information in Hindi के बारे में संपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई है। इसके अंतर्गत आने वाली विषयों की प्रमुख सूची निम्नलिखित है –
हम सब ही अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद जब कॉलेज या यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेते हैं या स्कूली शिक्षा की पढ़ाई के दौरान ही कहीं ना कहीं यह सुनते हैं कि पोस्ट ग्रेजुएशन क्या है या पीजी क्या होता है या पीजी कोर्स क्या है और हम इसके बारे में जानने या समझने की कोशिश करते हैं।
PG full form Post Graduation होता है। Post Graduate का मतलब स्नातकोत्तर होता है। भारत की शिक्षा पद्धति में colleges & universities की दूसरी अथवा graduate के बाद की उपाधि को post graduate कहा जाता है।
ज्यादातर छात्र ग्रेजुएशन करने के बाद अपनी पढ़ाई छोड़ देते हैं और पीजी के कोर्स की पढ़ाई नहीं करते, क्योंकि उन्हें पीजी के कोर्स का महत्व पता नहीं होता है। वर्तमान समय में पोस्ट ग्रेजुएशन करना बहुत आवश्यक हो गया है क्योंकि शिक्षा, जॉब या बिजनेस हर प्रकार के क्षेत्र में competition बढ़ता जा रहा है, ऐसे में उच्च शैक्षणिक योग्यता प्राप्त किये हुए छात्रों को अपने करियर क्षेत्र में सुनहरा अवसर पाने में काफ़ी सहूलियत मिल जाता है।
पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करने पर यह जरूरी नहीं कि हमें नौकरी मिल ही जाती है, परंतु यह कोर्स की डिग्री नौकरी प्राप्त करने के लिए काफी हद तक हमारी मदद कर सकता है क्योंकि पीजी हायर एजुकेशन के अंतर्गत आता है और हाई ग्रेड के किसी भी जॉब वैकेंसी में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री की मांग की जाती है। परिणाम स्वरूप यदि हम पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री होल्डर हैं तो यह जॉब प्राप्त करने में हमें काफी हद तक आसानी होती है।
Post Graduate एक मास्टर डिग्री कोर्स है जिसमें बैचलर की परीक्षा पास कर उसके डिग्री पर हम एडमिशन ले सकते हैं। इसे करने के लिए under graduation पूरा करना जरूरी है। इस कोर्स में केवल वही छात्र शामिल हो सकते हैं जिनका under graduation का कोर्स पूरा हो चुका है और उनके पास इसकी डिग्री हो, post graduation करने के बाद छात्र post graduate हो जाते हैं । PG FULL FORM
अधिकतर जॉब में higher qualification की आवश्यकता पड़ती है तभी हम अपने मनचाहे जॉब के लिए आवेदन कर सकते हैं अन्यथा सिर्फ under graduation करके जरूरी नहीं की हम अपना मनचाहा जॉब प्राप्त कर सकें। इसका कारण यह है कि उच्च श्रेणी के जॉब के लिए उच्च शैक्षणिक योग्यता होना जरूरी है क्योंकि कई श्रेणी के जॉब के लिए पोस्ट ग्रेजुएशन अनिवार्य कर दिया गया है जिसके वजह से काफी छात्रों की रुचि पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स की तरफ़ बढ़ी है, पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए छात्र बहुत सारे विषयों पर इसकी डिग्री प्राप्त कर सकते हैं।
पोस्ट ग्रेजुएशन कई कोर्सों को करके पूरा किया जा सकता है, हम चाहें तो जिस कोर्स से अंडर ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करते हैं उसी कोर्स से पोस्ट ग्रेजुएशन भी कर सकते हैं या कुछ ऐसे भी अंडर ग्रेजुएशन के कोर्स हैं जिसके बाद हम दूसरे विषयों पर पोस्ट ग्रेजुएशन का कोर्स कर सकते हैं।
उदाहरण के तौर पर यदि हमने ग्रेजुएशन का कोर्स BA, B.Com, B.Sc, BBA करके पूरा किया है तो हम आगे MBA भी कर सकते हैं या BA वाले छात्र MA, B.Com वाले छात्र M.Com, B.sc वाले छात्र M.Sc, BBA वाले छात्र MBA का कोर्स कर सकते हैं।
पीजी कोर्स की बात करें तो इसके अंतर्गत कुछ प्रमुख सूची आती है जो निम्नलिखित है –
• M.Tech
• MBA
• M.Com
• M.Sc
• MA
• MCA
• MCS
• M.Ed
• M.Sw
• M.Lib etc.
इन कोर्सों को पूरा करने के बाद हम पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल कर पोस्ट ग्रेजुएट हो सकते हैं। हमें पोस्ट ग्रेजुएशन का कोर्स भी उसी क्षेत्र में करना चाहिए जिस क्षेत्र में हमने अंडर ग्रेजुएशन का कोर्स पूरा किया हो या उस क्षेत्र से जिस क्षेत्र में हमें काफी दिलचस्पी हो।
दोस्तों वैसे तो PG डिग्री को हम कई प्रकार के विषयों से कर सकते हैं अर्थात PG डिग्री को बहुत से विषयों से किया जा सकता हैं।
पीजी डिग्री को बहुत से विषयों से किया जा सकता है परंतु यह इस बात पर निर्भर करता है कि छात्र ने Under Graduate (UG) डिग्री किस विषय से की है।
अगर किसी छात्र ने Under Graduate (UG) डिग्री को आर्ट्स विषय से किया हैं तो उसे Post Graduate (PG) की डिग्री भी आर्ट के ही किसी सब्जेक्ट से करनी होती है, इसी प्रकार से यदि छात्र ने अपना ग्रेजुएशन साइंस या कॉमर्स सब्जेक्ट से किया है तो आपको पोस्ट ग्रेजुएशन भी साइंस या कॉमर्स सब्जेक्ट से ही करना होता है।
पोस्ट ग्रेजुएशन (Post Graduation) डिग्री जिन विषयों से होती है उनके नाम इस प्रकार से हैं-
ऊपर दिए गए विषयों में से किसी भी विषय से छात्र 2 साल की समय-अवधि में पीजी डिग्री को कर सकता है।
इन सभी विषयों में से आपकी जिस विषय में रुचि हो पहले आप उस विषय से अपना अंडर ग्रेजुएट (UG) अर्थात ग्रेजुएशन कंप्लीट करें तथा उसके बाद आप उसी विषय से पोस्ट ग्रेजुएशन (PG) डिग्री को भी कर सकते हैं।
कुछ प्रमुख पीजी कोर्सेज के नाम इस प्रकार से हैं-
PG डिग्री को आप किसी भी मान्यता प्राप्त कॉलेज से आसानी से कर सकते हैं, अगर आप पीजी डिग्री को किसी यूनिवर्सिटी से करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको उस यूनिवर्सिटी द्वारा करायी जाने वाली प्रवेश परीक्षा को पास करना होता है।
कुछ यूनिवर्सिटी में केवल प्रवेश परीक्षाएं ही होती है परंतु कुछ यूनिवर्सिटी में प्रवेश परीक्षा के बाद इंटरव्यू भी होता है जिसमें पास होना बहुत ही आवश्यक होता है।
इसके अलावा यदि आप बिना कोई प्रवेश परीक्षा तथा इंटरव्यू दिए पीजी डिग्री को करना चाहते हैं तो इसके लिए आप किसी भी मान्यता प्राप्त कॉलेज से पीजी डिग्री को कर सकते हैं, वहां पर आपको किसी भी प्रकार की प्रवेश परीक्षा तथा इंटरव्यू नहीं देना पड़ेगा।
इंडिया के कुछ प्रमुख पीजी medical कॉलेजों के नाम इस प्रकार से हैं-
स्कूल या कॉलेज लाइफ में रहते हुए कहीं ना कहीं हमारे मन में यह सवाल आता है या फिर हमने किसी से सुना होता है कि पोस्ट ग्रेजुएशन का कोर्स कितने वर्ष का होता है, पोस्ट ग्रेजुएशन का कोर्स प्रायः 2 वर्षों का होता है और M.Lib जैसे कुछ कोर्स 1 वर्ष के ही होते हैं परंतु ज्यादातर पोस्ट ग्रेजुएशन का कोर्स 2 वर्षों का ही होता है।
यदि हमारा पोस्ट ग्रेजुएशन का कोर्स पूरा हो चुका है तो हम निम्न क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं-
• बैंकिंग फील्ड (banking field) : यदि हमने बैंकिंग या फाइनेंस संबंधित कोर्सों से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है जैसे हमने अगर MBA या M.Com किया है तो बैंक सेक्टर में ब्रांच मैनेजर, कैशियर, बैंक क्लर्क, लोन मैनेजर, एरिया मैनेजर इत्यादि पदों पर भर्ती हो सकते हैं।
• प्राइवेट या कॉरपोरेट सेक्टर (private or corporate sector) : पोस्ट ग्रेजुएट के बाद इन क्षेत्रों में भी करियर के कई सारे ऑप्शंस होते हैं, प्राइवेट या कॉरपोरेट सेक्टर को भी काफी ग्रो करते देखा गया है, इस क्षेत्र में भी जॉब पाकर हम अच्छी सैलरी पैकेज प्राप्त कर सकते हैं।
• आईटी फील्ड (IT field) : अगर हमने आईटी इनफार्मेशन ऑफ़ टेक्नोलॉजी में कोई कोर्स पूरा किया है तो यह सेक्टर भी काफी तेजी से ग्रोथ कर रहा है। इस सेक्टर में हम सॉफ्टवेयर इंजीनियर, प्रोडक्ट मैनेजर, सॉफ्टवेयर डेवलपर इत्यादि पदों पर भर्ती हो सकते हैं।
• सेल्स या मार्केटिंग सेक्टर (sales aur marketing sector) : यह सेक्टर भी काफी तेजी से ग्रोथ कर रहा है, इस सेक्टर के तहत उन छात्रों का चुनाव किया जाता है जिन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन के कोर्स में M.Com या MBA की डिग्री हासिल की हो। ऐसे डिग्री होल्डर छात्रों के लिए यह सेक्टर काफी लाभदायक है जिसमें उन्हें अच्छी सैलरी पैकेज मिलती है।
• डिजिटल मार्केटिंग (digital marketing) : यह एक ऐसा सेक्टर है जिसने पिछले चार-पांच सालों में काफी सफलता प्राप्त की है क्योंकि अभी सारे ऑफलाइन प्लेटफॉर्मों को ऑनलाइन शिफ़्ट किया जा रहा है। परिणामस्वरूप एसईओ मैनेजर, ईमेल मार्केटिंग मैनेजर, पीपीसी मैनेजर, डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर जैसे कई जॉब करियर ऑप्शन बढ़े हैं।
Post Graduation में कौन कौन से कोर्स आते हैं?
आइए जानते हैं कि हम किस-किस course से post graduation कर सकते हैं? …
M.A- Masters in Arts. …
जैसा कि आपको MBA के नाम से ही पता चल रहा है इस में हमें business के बारे में बताया जाता है ,जिसे …
M.Sc- Master of Science. …
MCA- Master of computer applications. …
M.TECH- Master of Technology.
पीजी यानि पोस्ट ग्रेजुएशन एक डिग्री कोर्स है। पोस्ट ग्रेजुएशन को हिंदी में स्नातकोत्तर कहा जाता है। यह दो साल का होता है। … इसमें आप एक साथ ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन में एडमिशन ले लेते हैं और पांच साल पढ़ाई करते हैं।
भारत भारत में कई संस्थान और विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर डिप्लोमा कार्यक्रम (पीजी डिप्लोमा) की डिग्री प्रदान करते हैं। ये स्नातकोत्तर डिप्लोमा कार्यक्रम मुख्यता दो साल का होता हैं जो दो से चार सेमेस्टर में बांटा जाता है।
तो दोस्तों, आपको के बारे में जानकारी हिंदी में। अच्छी लगी होगी हमे उम्मीद है इस पोस्ट को पढ़ कर आप PG full form In Hindi (PG मीनिंग इन हिंदी) समझ गए होंगें और अब अगर आपसे कोई पूछेगा कि PG का मतलब क्या होता है? तो अब आप उसे PG मीनिंग इन हिंदी बता सकेंगे।
अगर आपको हमारा ये PG Information In Hindi पसंद आया हो, तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी ज़रूर Share कीजिए और अगर आपके पास हमारे लिए कोई सवाल हो, तो उसे Comment में लिख कर हमें बताए।
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Posted on 16 Jan 2025, this text provides information on Miscellaneous full forms related to General full forms in Miscellaneous full forms. Please note that while accuracy is prioritized, the data presented might not be entirely correct or up-to-date. This information is offered for general knowledge and informational purposes only, and should not be considered as a substitute for professional advice.
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