ENT(ईएनटी) का मतलब या फुल फॉर्म Ear Nose Throat(इयर नोज थ्रोट) कान नाक गला होता है।
हम ENT(Ear nose throat) को कान नाक गला के नाम से भी जानते हैं।
आपको बता दें कि यह एक तरह की otolaryngology चिकित्सा की शाखा मानी जाती है, जिसके तहत आप आसानी से अपने कान, नाक और गले के विकारों के पहचान और उपचार करा सकते हैं।
आपको जानकारी के लिए यह बता दे, कि एक ENT- Ear nose throat का डॉक्टर विभिन्न बीमारियों का इलाज करता है, जिनमें से कानों में संक्रमण, चक्कर आना, टॉन्सिल्स और अन्य तरह की समस्याएं शामिल है।
इस तरह की चिकित्सा एक ऐसा क्षेत्र माना जाता है जो कान, नाक और शरीर के कुछ हिस्सों से निपटता है।
सिर और गर्दन की सर्जरी को हमेशा विशेष माना जाता है जिन भी लोगों को कान, नाक और गले से संबंधित कोई बीमारी है तो आप otolaryngologist से सलाह ले सकते हैं,जो आपको सही सलाह देकर आप की बीमारी का निदान करते हैं।
एक डॉक्टर e.n.t. के तहत इन विभिन्न बीमारियों का इलाज करते हैं
#1. निगलने में कठिनाई
#2. फिवर जैसी एलर्जी
#3. कान के विकार और कान के संक्रमण
#4. भाषण विकार जैसे स्वर बैठना और स्वरयंत्र शोध
#5. कान, नाक और मुंह में ट्यूमर
#6. किसी तरह की जन्मजात तरह की समस्याएं
अस्पतालों में अलग ईएनटी(ENT) विभाग की क्या आवश्यकता है?
हर अस्पताल में एक अलग e.n.t. का डिपार्टमेंट होता है, जिसकी सबसे खास और मुख्य वजह है कि डॉक्टर इस तरह की बीमारियों का विशेष रूप से इलाज कर सकें।
जहां आपको ENT- Ear nose throat मे तरह- तरह की सुविधाएं प्राप्त होती है।
जैसे कि ओपीडी, चक्कर की जांच, वाक चिकित्सा,इत्यादि
यह सारी चीजें एक रोगी की शारीरिक गतिविधियों के पहचान के लिए किया जाता है, ताकि उसके लक्षण का सही तरह से इलाज किया जा सके।
आपको यह जानकारी दे दे कि हर अस्पताल में ईएनटी का एक अलग से भाग होता है, जिसमें काफी अच्छे डॉक्टर से होते हैं।
इसमें एक ईएनटी सर्जन होते हैं जो नवजात शिशु से लेकर बुजुर्ग लोगों तक सभी उम्र के लोगों का इलाज कर सकते है।
ENT सर्जन अक्सर ऐसी स्थितियों का इलाज करते हैं, जो इद्रीय को प्रभावित करती है। ऐसी स्थिति का इलाज करने में यह अहम साबित होते हैं।
ईएनटी (ENT) के तहत शरीर के भाग
1. कान
इस माध्यम से आपमें यह देखा जाता है कि आपको सुनने से संबंधित कोई बीमारी तो नहीं है…..
आपको यहां पर कान की समस्या का पूर्ण उपचार मिलता है जैसे कि आपको बता दें कि कान में संक्रमण, कान का शोर, संतुलन विकार इत्यादि का उपचारित के तहत संभव है।
आंतरिक और बाहरी दोनों रूप से आप इन अंगो का इलाज करा सकते हैं।
कान की स्थितियों में शामिल है:-
* उम्र से संबंधित सुनवाई हानि
* कान फोडना
* कान के संक्रमण
* चक्कर आना
* छिद्रित कान ड्रम
* बचपन की कोई सामान्य स्थिति
* टिनिटस
2. नाक
ज्यादातर लोगों के लिए यह विषय जाना इसलिए बेहद जरूरी है क्योंकि हमारी आधी आबादी साइनसीसीस विकार से ग्रसित है, जो दिन प्रतिदिन एक प्रमुख मुद्दा बनता जा रहा है।
जहां आपको ईएनटी के तहत सही उपचार प्राप्त होगा और आप आसानी से अपने परेशानियों का निवारण कर सकते हैं।
नाक की स्थितियों में शामिल है:-
* नाक में चोट
* नाक का ट्यूमर
*बच्चों में गंध की भावना के विकार
*नासिका संबंध अवरोध
3. गला
यह हमारे लिए बेहद आवश्यक माना जाता है, जिसकी मदद से हमे सांस लेने में या किसी चीज को निगलने में आसानी महसूस करते हैं।
यदि आपको इससे जुड़ी कुछ समस्या है तो आपका ईएमटी के तहत पूर्ण उपचार किया जाएगा।
गले की स्थितियों में शामिल है:-
* स्वर बैठना
* निगलने की समस्या
* सांस लेने में तकलीफ होना
* नींद के दौरान सांस का रुकना
* टॉन्सिल
तो दोस्तों मुझे उम्मीद है कि यह आर्टिकल ईएनटी के फुल फॉर्म के बारे में आपको सही जानकारी देता है।
आप स्वास्थ्य संबंधी बहुत सारी जानकारी के लिए डब्ल्यूएचओ के वेबसाइट पर भी विजिट कर सकते हैं।
Similar Full Form
ECG full Form in Hindi