NGO (एनजीओ) का फुल फॉर्म या मतलब Non Government Organization (नॉन गवर्नमेंटल ऑर्गेनाइजेशन) होता है
NGO (एनजीओ) जिसे नन गवर्नमेंटल ऑर्गेनाइजेशन या नन प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन भी कहते हैं, सरकार के हस्तक्षेप के बिना, समाज कल्याण के लिए अलग-अलग तरह के कार्य करते हैं
कई बार एनजीओ को ही सिविल सोसाइटी भी कहा जाता है, जो सामाजिक, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, सोशल और पॉलिटिकल बेहतरी के लिए काम करते हैं
कोई भी एनजीओ शुरू करने के लिए कई लोगों का साथ आना जरूरी होता है, और वह साथ में मिलकर उन जरूरतमंदों के लिए काम करते हैं, जिनको मदद की सख्त जरूरत है
आमतौर पर बहुत सारे आम लोग जो लोगों की सेवा करना चाहते हैं, मिलकर एनजीओ बनाते हैं, और अपने खुद के पैसे से या अन्य लोगों की मदद से जरूरतमंदों की मदद करते हैं
कुछ जरूरी क्षेत्र जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य, वूमेन वेलफेयर, वृद्ध लोगों की सहायता, अपाहिज लोगों की सहायता आदि काम एनजीओ करते हैं
ज्यादातर एनजीओ को फंड आम लोगों से, सरकार से, अलग अलग तरह के कंपनियों से, और अलग अलग फाउंडेशन से मिलता है
और जब भी कोई व्यक्ति या कंपनी किसी NGO (एनजीओ) को दान देता है तो उसे इनकम टैक्स के अधिनियम 80G के तहत टैक्स में छूट प्राप्त होता है
NGO (एनजीओ) कैसे शुरू करें?
किसी भी तरह का एनजीओ शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको यह डिसाइड करना होता है, कि आप किस फील्ड के लिए एनजीओ शुरू कर रहे हैं, आप अपने एनजीओ के तहत किस तरह की सर्विसेस लोगों को देंगे,
और फिर आपको अपने एनजीओ का एक नाम डिसाइड कर एनजीओ को रजिस्ट्रार ऑफ़ कम्पनीज के पास रजिस्टर करना होता है
किसी भी एनजीओ का रजिस्ट्रेशन निम्नलिखित तीन रूपों में से किन्ही एक रूप में किया जा सकता है
- सोसाइटी
- ट्रस्ट
- चैरिटी
जब भी किसी एनजीओ का रजिस्ट्रेशन कराया जाता है, तो साथ में यह बताना भी जरूरी होता है कि इसका ऑपरेशन किस लेवल तक होगा
क्योंकि एनजीओ का रजिस्ट्रेशन किस कैटेगरी में हुआ है, उसके अनुसार उसके कार्य क्षेत्र की सीमा होती है, जैसे कि कोई केवल किसी कम्युनिटी में ही काम कर सकता है, और कोई एनजीओ पूरे राज्य भर में काम कर सकता है
- कम्युनिटी बेस्ड -इस तरह का एनजीओ किसी कम्युनिटी के अंदर गरीबों को अलग-अलग तरह से मदद कर सकता है, और उनको उनके अधिकारों के बारे में बता सकता है
- सिटी बेस्ड – इस तरह का एनजीओ किसी एक शहर में ऑपरेट कर सकता है, और लोगों को अलग-अलग तरह के बिजनेस कर कैसे जीवन स्तर को सुधारा जा सकता है, के बारे में बता सकता है
- स्टेट लेवल – स्टेट लेवल का एनजीओ पूरे राज्य भर में काम कर सकता है, और अलग-अलग तरह के ऑर्गेनाइजेशंस, एसोसिएशन, ग्रुप को साथ में लेकर चल सकता है
- नेशनल लेवल – नेशनल लेवल के एनजीओ को पूरे देश में काम करने का अधिकार होता है, और अलग-अलग राज्य और शहर में इसके ब्रांच हो सकते हैं
- इंटरनेशनल लेवल– इंटरनेशनल लेवल के एनजीओ पूरी दुनिया भर में काम करते हैं, और साथ में बहुत सारे नेशनल और राज्य लेवल के एनजीओ की आर्थिक और अन्य संसाधनों से मदद भी करते हैं
किसी भी स्तर पर और किसी भी तरह का NGO (एनजीओ) चलाने के लिए सरकार की तरफ से गाइडलाइंस दी गई हैं जिनको पूरी तरह फॉलो करना बहुत ही जरूरी है
NGO (एनजीओ) के द्वारा किए जाने वाले कुछ प्रमुख काम
- गरीबों की अलग-अलग तरह से मदद करना
- लोगों को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करना
- स्वास्थ्य के क्षेत्र में अलग-अलग तरह के काम, जैसे की महामारी के समय लोगों की मदद, किसी भी प्रकार की बीमारी में लोगों की मदद आदि
- शिक्षा के क्षेत्र में अलग-अलग तरह के कार्य, जैसे कि गरीब छात्रों को आर्थिक मदद, चैरिटेबल स्कूल और कॉलेजों को आर्थिक मदद
- महिलाओं को अलग-अलग तरह से मदद, जैसे कि उनके अधिकारों की रक्षा, आर्थिक मदद, कानूनी मदद आदि
- बुजुर्ग लोगों को अलग-अलग तरह से मदद ,जैसे कि आर्थिक, शारीरिक और अन्य
- बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के क्षेत्र में अलग-अलग तरह के कार्य, जैसे कि बच्चों का टीकाकरण, अनाथ बच्चों का सहारा, खोए बच्चों को आश्रय आदि
कुछ प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय NGO (एनजीओ)-
- सेव द चिल्ड्रेन
- BRAC
- केयर इंटरनेशनल
- रेड क्रॉस
- रूट कैपिटल
कुछ प्रसिद्ध भारतीय NGO (एनजीओ)-
- अक्षया ट्रस्ट
- उदय फाउंडेशन
- बीइंग ह्यूमन
- स्माइल फाउंडेशन
- गूंज, रोशनी
- सम्मान फाउंडेशन
- उदय फाउंडेशन
- सरगम संस्था
- नन्ही कली
- गिव इंडिया फाउंडेशन
- हेल्पएज इंडिया
- चाइल्ड राइट्स एंड यू (CRY)
- केयर इंडिया
- किस फाउंडेशन
- Honor फाउंडेशन
- प्रथम
NGO (एनजीओ) का मुख्य उद्देश्य क्या है?
एनजीओ नॉन गोवरनेन्टल ऑर्गेनाइजेशन के साथ-साथ नन प्रॉफिटेबल आर्गेनाईजेशन भी होता है, जिसका मुख्य काम उन सभी कामों को अच्छे ढंग से करना है ,जिस पर सरकार ज्यादा ध्यान नहीं दे पा रही है, या उनकी मदद से सरकार उन कामो को बेहतर कर सकती है
जैसे कि बच्चों का टीकाकरण, महिलाओं को कानूनी मदद, बुजुर्गों को आश्रय, या खोये हुए बच्चों की मदद, सभी कामों में एनजीओ के कारण सरकार और लोगो की काफी मदद हो जाती है