CAA का मतलब सिटीजन अमेंडमेंट एक्ट है.
यह भारत सरकार द्वारा लाया गया लाया गया एक बिल था जिसे भारतीय संसद ने पारित कर दिया और अब यह एक एक्ट बन गया है
इस कानून के तहत सन 3756">2014 तक जो भी हिंदू, सिख, ईसाई, पारसी ,जैन दूसरे देश जैसे पाकिस्तान, बांग्लादेश, और अफगानिस्तान से भाग कर आए हैं, उनको भारत की नागरिकता दी जाएगी
भागने से यह मतलब है कि इन 3 देशों में इन धर्म वाले लोगों को प्रताड़ित किया गया जिसके कारण हुए इस देश से भागकर भारत आ गए
तो नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारत सरकार ने दिसंबर 2019 में संसद में यह बिल लाया कि जो भी लोग 3756">2014 से पहले भारत आ गए हैं उन सब को नागरिकता दी जाए
भारत सरकार ने यह जो बिल लाया उसे सिटीजन अमेंडमेंट बिल कहते हैं और जब यह बिल पास हो गया तो एक्ट बन गया जिसे अब हम सिटीजन अमेंडमेंट एक्ट कहते हैं
भारत की दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा ने इस बिल को पास कर दिया
इस बिल के पीछे सरकार का तर्क था कि दुनिया में इंडिया ही एकमात्र ऐसा देश है जहां इन 3 देशों से हटाए गए लोग शरण ले सकते हैं
भारत में इस कानून को लेकर मिलाजुला विचार सामने आ रहा है जैसे कि बहुत सारे लोग इस कानून का समर्थन कर रहे हैं उनका मत है कि दूसरे देश के सताए हुए हिंदुओं और दूसरे अल्पसंख्यक को भारत में जगह मिलनी चाहिए
बहुत सारे लोग CAA का क्यों विरोध कर रहे हैं?
चुकी भारतीय संसद के दोनों सदनों में सत्तापक्ष भारतीय जनता पार्टी का बहुमत था इसलिए दोनों सदनों में आसानी से यह बिल पास हो गया लेकिन बहुत सारे लोग सड़क पर इस बिल का विरोध कर रहे हैं
जो लोग इस बिल का विरोध कर रहे हैं उनका तर्क है कि यह बिल या एक्ट भारतीय संविधान के खिलाफ है
उनका कहना है कि भारतीय संविधान के अनुसार कभी भी किसी के साथ जाति, धर्म या लिंग के आधार पर भेदभाव नहीं किया जा सकता है
और चुकी इस बिल में नागरिकता देने के लिए धर्म को आधार बनाया गया है तो इसलिए बहुत सारे लोग इसे भारतीय संविधान के खिलाफ मानते हैं और इसके खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं
बहुत सारे लोगों को इस बात से शिकायत है कि इस बिल में मुसलमानों को क्यों बाहर रखा गया
बहुत सारे लोगों को लगता है कि आगे चलकर जो सरकार ने एनआरसी लाने का प्लान किया है तो बहुत सरे मुसलमानों को देश से निकालने की साजिश हो सकती है
और किन मुद्दों पर लोग CAA का विरोध कर रहे हैं
CAA का विरोध कई अन्य मुद्दों पर भी हो रहा है जैसे कि-
- बहुत सारे लोग इस बिल का इसलिए भी विरोध कर रहे हैं कि इसमें श्रीलंका, मयंमार या फिर अन्य देश से आए हुए शरणार्थी के बारे में बात नहीं की गई
- कुछ राज्य जैसे कि असम वगैरह में इस बिल का विरोध इसलिए हो रहा है कि जो दूसरे देश से आने वाले शरणार्थी हैं उनको उन्हीं के राज्य में रखा जाएगा
आप इस तरह की बहुत सारी खबरों के लिए विज़िट कर सकते है- एनडीटीवी