IUC (आईयूसी) का फुल फॉर्म या मतलब Interconnect Usage Charge ( इंटरकनेक्ट यूजेस चार्ज) होता है
जब किसी मोबाइल ऑपरेटर के कस्टमर दूसरे मोबाइल ऑपरेटर के किसी कस्टमर पर कॉल करते हैं, तो आउटगोइंग ऑपरेटर को इनकमिंग ऑपरेटर को एक चार्ज पे करना पड़ता है, जिसे इंटरकनेक्ट यूसेज चार्ज कहते हैं
इस तरह के कॉल जो दूसरे नेटवर्क पर किए जाते हैं ऑफ नेट कॉल कहलाते हैं
उदाहरण के तौर पर मान लेते हैं कि आप जियो का सिम यूज कर रहे हैं, और आप अपने किसी रिलेटिव को कॉल करते हैं, जो एयरटेल का सिम यूज कर रहे हैं, तो आपके ऑपरेटर जिओ को, टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी द्वारा निर्धारित इंटरकॉम यूसेज चार्ज के अनुसार, हर मिनट का भुगतान करना होगा
IUC (आईयूसी) चार्जेज भारत में
भारत में इंटरकनेक्ट यूसेज चार्ज ट्राई द्वारा, छह पैसे पर मिनट रखा गया है मतलब आउटगोइंग ऑपरेटर को हर मिनट के लिए 6 पैसे इनकमिंग ऑपरेटर को देने पड़ते हैं
हालांकि ट्राई ने जनवरी 2021 का डेड लाइन रखा है इंटरकनेक्ट यूजर चार्ज को खत्म करने के लिए
इंटरकनेक्ट यूसेज चार्जेस खत्म होने का मतलब होगा कि किसी भी ऑपरेटर को आउटगोइंग कॉल पर दूसरे ऑपरेटर को जिन पर इनकमिंग कॉल जाएगा उन्हें पे नहीं करना पड़ेगा
भारत में IUC (आईयूसी) की जरूरत
जब भी हम कोई कॉल करते हैं, तो उसमें दो नेटवर्क का प्रयोग होता है, एक नेटवर्क जिसको प्रयोग कर हम कॉल को करते हैं, जिसे आउटगोइंग कॉल कहते हैं, और दूसरे का प्रयोग कर हम कॉल रिसीव करते हैं, जिसे इनकमिंग नेटवर्क करते हैं, तो किसी भी कॉल के दौरान दोनों नेटवर्क को काम करना पड़ता है, इसीलिए ट्राई ने यह नियम बनाया था, कि इनकमिंग कॉल पर आउटगोइंग ऑपरेटर को कुछ पैसे पे करने होंगे, ताकि इनकमिंग ऑपरेटर का नुकसान ना हो
ट्राई ने यह नियम यह सोचकर बनाया कि इससे सारे मोबाइल ऑपरेटर्स के बीच एक सामंजस्य बना रहेगा, और कोई भी ऑपरेटर ज्यादा से ज्यादा इनकमिंग कॉल लेने से इनकार नहीं करेगा
ट्राई ने एक समय सीमा भी निर्धारित की थी, ताकि जब सारे ही मोबाइल ऑपरेटर के पास लगभग बराबर कस्टमर हो, तो इस इंटरकनेक्ट यूजर चार्जेस को खत्म किया जा सकता है, क्योंकि सारे ही ऑपरेटर एक दूसरे को लगभग बराबर ही अमाउंट पे कर रहे होंगे
लेकिन ऐसा हुआ नहीं और सन 2016 में जिओ के मार्केट में आने के बाद अचानक से जिओ के कस्टमर इतने ज्यादा बढ़ गए कि जियो को बहुत ज्यादा नुकसान होने लगा इंटरकनेक्ट यूजर चार्जेस के कारण क्योंकि जियो से ही सबसे ज्यादा आउटगोइंग कॉल अन्य नेटवर्क पर जाने लगा
इसीलिए जिओ ने अक्टूबर 2019 में अपने सारे ही प्लान को चेंज किया और यूजर्स से इंटरकनेक्ट यूजर चार्जेस वसूल करने लगा
जियो का IUC चार्ज के बारे में कहना है कि जैसे ही ट्राई IUC खत्म कर देगा, वह भी अपनी यूजर्स से इंटरकनेक्ट यूजर चार्ज वसूल करना बंद कर देगा
इंटरकनेक्ट यूसेज चार्जेस के नाम पर सारे ही मोबाइल ऑपरेटर ने अपने प्लांस महंगी कर दिए और उनमें से भी सबसे ज्यादा जिओ के प्लान पहले से महंगे हो गए
आज के समय में जियो बार बार ट्राई से यह मांग कर रहा है कि इंटरकनेक्ट यूजर चार्ज को खत्म कर दिया जाए जबकि बाकी ऑपरेटर इसे जारी रखने की मांग कर रहे हैं ताकि वह मार्केट में कंपटीशन को झेल सके और अपना ऑपरेशन जारी रख सके